9 जून को पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मिस्बाह उल हक ने भारत-पाक मैच पर अपनी प्रतिक्रिया दी। मिस्बाह ने स्वीकार किया कि आईसीसी स्पर्धाओं में पाकिस्तान की टीम मानसिक रूप से भारत के सामने पिछड़ जाती है। उन्होंने खुलासा किया कि टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की कमजोर मानसिकता और दबाव का सामना करने में असफलता ही उनकी हार का मुख्य कारण है।
मिस्बाह ने कहा, “हमारे खिलाड़ी मैच की शुरुआत में ही दबाव में आ जाते हैं और रणनीति का सही से पालन नहीं कर पाते। इसका नतीजा ये होता है कि भारतीय टीम, जो मानसिक रूप से मजबूत होती है, हमें आसानी से हरा देती है।”
भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए सात टी20 वर्ल्ड कप मुकाबलों में से पाकिस्तान केवल एक बार (2021 में) जीत सका है। इस रिकॉर्ड के पीछे मिस्बाह ने भारतीय टीम के खिलाड़ियों की मानसिक मजबूती और ठोस रणनीति को मुख्य कारण बताया।
मिस्बाह ने विराट कोहली को पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा खतरा माना। उन्होंने कहा, “विराट कोहली का बल्लेबाजी का तरीका और दबाव में उनकी खेलने की क्षमता उन्हें एक खतरनाक खिलाड़ी बनाती है। वह हमेशा हमारे गेंदबाजों पर भारी पड़ते हैं और उनकी रणनीति को विफल कर देते हैं।”
मिस्बाह ने यह भी सुझाव दिया कि पाकिस्तान को अपने खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत बनाने पर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा, “हमें अपने खिलाड़ियों को मानसिक दबाव से निपटने की ट्रेनिंग देनी चाहिए ताकि वे बड़े मैचों में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।”
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए पाकिस्तान को अपनी तैयारियों में मानसिक मजबूती पर विशेष ध्यान देना होगा ताकि वे भारत जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन कर सकें। मिस्बाह का यह खुलासा पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है और उन्हें इसे गंभीरता से लेना चाहिए।