सैनिकों की धरती झज्जर में जन्में अमन सहरावत ने देश को ओलिंपिक रेसलिंग में खाली हाथ नहीं रहने दिया। उन्होंने शुक्रवार देर रात 57 किग्रा कैटेगरी में एकतरफा दबदबा दिखाया और ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया। अमन ने प्यूर्टो रिको के डरलिन तुई क्रूज को 13-5 से हराया।
21 साल 24 दिन के अमन भारत को ओलिंपिक मेडल दिलाने वाले सबसे युवा एथलीट बने। उनसे पहले पीवी सिंधु ने 2016 ओलिंपिक में 21 साल, 1 महीने और 14 दिन की उम्र में सिल्वर मेडल जीता था।
अमन सहरावत के नाक से खून निकलने लगा, लेकिन उन्होंने मैच खेला और ब्रॉन्ज अपने नाम किया। अमन ने अपने कोच से तिरंगा लिया और उसे पीठ पर ओढ़कर दौड़ने लगे। उनके चेहरे पर मेडल जीतने की खुशी नजर आई। मैच जीतने के बाद अमन ने कहा, यह मेडल मेरे माता-पिता और देश को समर्पित।