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नई दिल्ली, तेज गेंदबाज मयंक यादव मंगलवार रात लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) में शामिल हो गए। मयंक लंबे समय से रिहैबिलिटेशन के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CEO) में थे। वे लखनऊ के फिजियो से हरी झंडी मिलने के बाद शनिवार को राजस्थान के खिलाफ होने वाले मैच में खेल सकते हैं।

मयंक ने अपना आखिरी मैच 2024 अक्टूबर में बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 में खेला था। उसके बाद से वह क्रिकेट से दूर हैं।

BCCI की मेडिकल टीम ने फिट घोषित किया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CEO) बेंगलुरु में BCCI की मेडिकल टीम ने उन्हें IPL खेलने के लिए फिट घोषित कर दिया है। हालांकि, लखनऊ के हेड फिजियो आशीष कौशिक उनकी जांच करेंगे और उनसे हरी झंडी मिलने पर ही वह राजस्थान के खिलाफ खेल पाएंगे। मयंक को रिहैबिलिटेशन के दौरान प्रैक्टिस सेशन में पैर की अंगुली में चोट लग गई थी।

पिछले साल सिर्फ चार मैच ही खेल सके मयंक मयंक यादव पिछले IPL में चोटिल हो गए थे। उसके बाद से वह केवल 3 ही घरेलू और इंटरनेशनल मैच खेले हैं। वे मांसपेशियों में खिंचाव से परेशान रहे हैं।

मयंक ने डेब्यू मैच में ही सबसे तेज गेंद फेंकी मयंक ने पिछले सीजन IPL डेब्यू किया था। अपने डेब्यू मैच में ही 4 ओवर में 27 रन देकर 3 विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए। वे डेब्यू पर प्लेयर ऑफ द मैच बनने वाले पहले पेसर बने। 155.8 किलोमीटर प्रति घंटा (KMPH) की रफ्तार की गेंद से उनका नाम चर्चा में आया।

उन्होंने पंजाब किंग्स के खिलाफ अपने दूसरे ओवर की पहली गेंद 155.8 KMPH की रफ्तार से फेंकी। उन्होंने अपनी 24 में से 6 गेंदें 150 KMPH की रफ्तार से ऊपर की फेंकी। उनकी सभी 24 गेंदों की स्पीड 140 KMPH से ऊपर रही।