अप्रैल 2008 में IPL का पहला सीजन खेला गया। पाकिस्तानी क्रिकेटर इसमें खेले। फिर नवंबर 2008 में मुंबई हमला हुआ और IPL से पाकिस्तानी प्लेयर्स को बैन कर दिया गया। पाकिस्तान ने इसका बदला लेने के लिए 2016 में अपनी लीग PSL शुरू कर दी। खूब जोर लगाया, लेकिन 9 सीजन बाद भी ये लीग IPL के स्टेटस के करीब नहीं पहुंची। ऐसी कोशिश बिग बैश लीग और द हंड्रेड ने भी की, लेकिन फेल ही रहीं।
अब अमेरिका पहली बार किसी क्रिकेट वर्ल्ड कप की मेजबानी करने जा रहा है। 2 जून से शुरू हो रहा 9वां टी-20 वर्ल्ड कप अमेरिका और वेस्टइंडीज की को-होस्टिंग में होगा। इस बार अमेरिका की कोशिश है कि वर्ल्ड कप के जरिए ग्लोबल क्रिकेट में उसकी जगह बने। अमेरिका की कोशिश है कि वर्ल्ड कप के बहाने अपनी फ्रेंचाइजी क्रिकेट लीग MLC को इतना बड़ा बनाए कि वो IPL को टक्कर दे सके।
MLC यानी मेजर लीग क्रिकेट की शुरुआत पिछले साल ही हो गई थी। वर्ल्ड कप के बाद जुलाई में इसका दूसरा सीजन खेला जाना है। आगे हम MLC का पूरा स्ट्रक्चर समझेंगे और यह भी जानने की कोशिश करेंगे कि वर्ल्ड कप से इस लीग को कैसे फायदा मिल सकता है।
1 हजार करोड़ रुपए की फंडिंग से हुई शुरुआत
अमेरिकी क्रिकेट बोर्ड ने 2018 में फ्रेंचाइजी बेस्ड क्रिकेट लीग शुरू करने की बात कही। शुरुआती अड़चनों से पार पाते हुए मई 2022 में लीग के लिए 120 मिलियन डॉलर, यानी करीब एक हजार करोड़ रुपए की फंडिंग जुटाई गई।
माइक्रोसॉफ्ट CEO सत्या नडेला, शाहरुख खान की को-ओनरशिप वाली IPL फ्रेंचाइजी KKR, टेक्नोलॉजी आंत्रप्रेन्योर आनंद राजारमण, एडोबी के पूर्व CEO शांतनु नारायण शुरुआती इन्वेस्टर्स में शामिल रहे।