नई दिल्ली, 2024: भारतीय फुटबॉल के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों में से एक, डूरंड कप, का शुभारंभ राष्ट्रपति द्वारा किया गया। इस ऐतिहासिक मौके पर, राष्ट्रपति ने देशभर से आए फुटबॉल प्रेमियों और खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए भारतीय फुटबॉल के उत्थान की आवश्यकता पर जोर दिया।
राष्ट्रपति ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, “डूरंड कप सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं है, यह भारतीय फुटबॉल की धरोहर है। हमें मिलकर काम करना होगा ताकि हम भारतीय फुटबॉल को नए ऊंचाइयों पर ले जा सकें। हमारी युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहन और सही दिशा देने के लिए यह टूर्नामेंट एक महत्वपूर्ण मंच है।”
डूरंड कप की शुरुआत 1888 में हुई थी और यह विश्व का सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंटों में से एक है। इस साल के संस्करण में देशभर की 20 टीमों ने हिस्सा लिया है, जिनमें से प्रत्येक टीम ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया है।
इस साल के टूर्नामेंट का उद्घाटन समारोह भव्यता और उत्साह से भरपूर था। दर्शकों की भीड़ और खिलाड़ियों के जोश ने इस मौके को और भी खास बना दिया। उद्घाटन समारोह में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जो भारतीय फुटबॉल की विविधता और समृद्धि को दर्शाते थे।
राष्ट्रपति ने इस मौके पर भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) की भी सराहना की, जो भारतीय फुटबॉल के विकास के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा, “एआईएफएफ ने भारतीय फुटबॉल को एक नया आयाम देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। हमें उन्हें हर संभव समर्थन देना चाहिए ताकि हमारे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी पहचान बना सकें।”
उद्घाटन समारोह के बाद, डूरंड कप के पहले मैच की शुरुआत हुई, जिसमें खिलाड़ियों ने अपनी पूरी ताकत और कौशल का प्रदर्शन किया। इस टूर्नामेंट का प्रत्येक मैच रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक होने का वादा करता है, और फुटबॉल प्रेमियों के लिए यह एक अद्वितीय अवसर है अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को करीब से देखने का।
डूरंड कप न केवल एक खेल प्रतियोगिता है, बल्कि यह भारतीय फुटबॉल के भविष्य को संवारने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। राष्ट्रपति के उद्घाटन भाषण ने खिलाड़ियों, कोचों और प्रशंसकों को एक नई ऊर्जा और प्रेरणा दी है। सभी की निगाहें अब इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट पर टिकी हैं, और उम्मीद की जा रही है कि यह भारतीय फुटबॉल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।