पंजाब को चैंपियन बनाने वाले नए बैटर आशुतोष शर्मा ने वो पल याद किया जब वो डिप्रेशन में चले गए थे। उन्होंने अपने करियर के सबसे मुश्किल समय का खुलासा किया और दर्दनाक किस्से को साझा किया।
आशुतोष शर्मा ने बताया कि मध्यप्रदेश टीम में उनके साथ बर्ताव अच्छा नहीं हुआ जिसके कारण वो डिप्रेशन में चले गए थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब उन्हें खुद के लिए सम्मान और सहानुभूति मिलने की उम्मीद खो गई, तो उन्हें बहुत दुख हुआ।
साथ ही, उन्होंने बताया कि रेलवे ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया और उनका करियर पटरी पर लौटा। इस स्थिति में, उन्हें नई उम्मीद और नया जोश मिला, जो उन्हें दोबारा मुकाबले में उतार देने के लिए मजबूत बनाया।
आशुतोष शर्मा के ये अनुभव हमें यह सिखाते हैं कि जीवन में मुश्किलों का सामना करना हर किसी के लिए होता है, लेकिन हमें उनका सामना करना और उनसे सीखना चाहिए। उन्होंने अपनी आजादी को वापस पाने के लिए लड़ा और उससे बड़ा नज़रिया पाया।
इस दर्दनाक किस्से से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें किसी भी हाल में हार नहीं माननी चाहिए, बल्कि उससे सीख कर आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए। आशुतोष शर्मा का यह अनुभव हमें साहस और समर्थन के महत्व को समझाता है।