नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और पूर्व कप्तान कपिल देव ने विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के साथ उनके परिवार को ले जाने के पक्ष में अपना बयान दिया है। कपिल देव का मानना है कि खिलाड़ियों पर दबाव को कम करने और मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए उनके साथ परिवार का होना जरूरी है।
पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव विदेश दौरे पर क्रिकेटर्स के परिवार साथ रखने के पक्ष में है। उन्होंने कहा- ‘इस मामले में संतुलित रवैया अपनाया जाना चाहिए।’
भारत को 1983 वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान ने कहा, ‘ठीक है, मुझे नहीं पता, यह निजी मामला है। मुझे लगता है कि यह क्रिकेट बोर्ड का फैसला है। मेरे विचार में आपको परिवार की जरूरत है, लेकिन आपको हर समय टीम के साथ रहने की भी जरूरत है।’
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हार के बाद BCCI ने खिलाड़ियों के लिए सख्त नियम बनाए थे। इनमें विदेश दौरों पर खिलाड़ियों के परिवार के साथ रहने की समय सीमा भी तय की गई थी। टीम के साथ खिलाड़ियों की बॉन्डिंग पर भी जोर दिया गया था। इससे पहले रविवार, 16 मार्च को विराट कोहली ने विदेश दौरे में परिवार को साथ रखने का समर्थन किया था।
BCCI के नियमों पर भी बोले कपिल
कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के नियमों पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि BCCI को खिलाड़ियों के साथ उनके परिवार के विदेश दौरों को लेकर ज्यादा सहानुभूति दिखानी चाहिए। कपिल देव ने कहा कि, “अगर बोर्ड को खिलाड़ियों का प्रदर्शन चाहिए, तो उन्हें मानसिक रूप से संतुलित रखना भी जरूरी है। इस स्थिति में परिवार का साथ बड़ी भूमिका निभा सकता है।”
क्या BCCI बदलेगा नियम?
BCCI ने अब तक खिलाड़ियों के परिवार के साथ यात्रा को लेकर कोई स्पष्ट नीति नहीं बनाई है। हालांकि, टीम इंडिया के कुछ खास खिलाड़ियों को इस तरह की छूट मिलती रही है। अब कपिल देव के बयान के बाद संभावना जताई जा रही है कि BCCI इस पर विचार कर सकता है।
दिग्गज खिलाड़ियों ने भी किया समर्थन
कपिल देव के इस बयान का समर्थन कई पूर्व क्रिकेटरों ने किया है।
- सुनील गावस्कर ने कहा कि, “खिलाड़ियों को आराम और पारिवारिक समर्थन की जरूरत होती है। इससे उनके खेल में निखार आता है।”
- सचिन तेंदुलकर ने भी कहा था कि, “जब परिवार साथ होता है तो खिलाड़ी खुद को सुरक्षित और रिलैक्स महसूस करते हैं।”