नई दिल्ली-दिग्गज ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने बांग्लादेश के छात्र आंदोलन के दौरान अपनी चुप्पी पर माफी मांगी है। इतना ही नहीं, शाकिब ने मामले पर पहली बार अपना रुख स्पष्ट किया है। 37 साल के शाकिब ने बुधवार को एक सोशल पोस्ट के जरिए होम ग्राउंड मीरपुर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने फेयरवेल टेस्ट के लिए समर्थन भी मांगा। यह मैच 21 से 25 अक्टूबर के बीच खेला जाएगा।
इससे पहले, बांग्लादेश के युवा और खेल सलाहकार, आसिफ महमूद शोजिब भुयान ने जोर देकर कहा था कि शाकिब को सुरक्षा मांगने से पहले अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी। शाकिब पर पिछले महीने एक हत्या के मामले में शामिल होने का भी आरोप लगाया गया था। इस छात्र आंदोलन में शेख हसीना का तख्त पलट हुआ था।
14 दिन पहले संन्यास का ऐलान किया था शाकिब ने 14 दिन पहले 26 सितंबर को रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। उन्होंने कानपुर टेस्ट से पहले कहा था कि मीरपुर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मेरा आखिरी टेस्ट होगा।
शाकिब पर हत्या का आरोप लगा डेली स्टार की रिपोर्ट अनुसार, रफिकुल इस्लाम ने कहा कि 5 अगस्त को उनका बेटा रुबेल अडाबार के रिंग रोड एरिया में विरोध कर रहा था। जिसमें रुबेल के साथ कई और भी स्टूडेंट्स शामिल थे। शाकिब समेत 147 लोगों पर इलजाम लगा कि उन्होंने आंदोलन करने वालों पर फायरिंग के आदेश दिए थे। साथ ही कई आरोपी फायरिंग करने वालों में भी शामिल थे।
गोलीबारी के दौरान रुबेल घायल हो गया था, उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन 2 दिन बाद ही उसकी मौत हो गई। जिसके बाद पिता ने पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज करा दी।